शहर की चहल-पहल से दूर,
अतिशय समृद्धि को त्यागें,
शांत देहात में लौटें,
एक इत्मीनान से किसान बनें!
कुछ सब्जियाँ उगाएँ,
कुछ मवेशी और भेड़ चराएँ,
कुछ कार्यशालाएँ बनाएँ,
कुछ मछलियाँ और झींगा पालें,
कुछ दोस्तों को आमंत्रित करें,
कुछ स्वादिष्ट मछली का सूप पकाएँ,
कुछ बारबेक्यू की कटार खाएँ।
फिर उसके बगल में एक झोपड़ी बनाएँ। यह साधारण कमरा नामहीन है, लेकिन हँसी से भरा हुआ है।
पिछली बार अपडेट होने की तारीख
16 अक्टू॰ 2024